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स्वच्छता पखवाड़ा की आख्या- 30.12.2020

भा.कृ.अनु.प.-के.उ.बा.सं., लखनऊ द्वारा काकोरी प्रखंड के दसदोई, सराय अलीपुर, साहपुर तथा मलिहाबाद प्रखंड के कसमंडी कलां में दिनांक 30 दिसम्बर, 2020 स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम मनाया गया। गांव में ग्राम प्रधान तथा क्षेत्र पंचायत सदस्य की उपस्थिति में लोगों के बीच स्वच्छता के प्रति उनको जागरूक किया गया। प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में गाँव में स्वछता पखवाड़ा अभियान के दौरान 25 से अधिक प्रतिभागियों ने ग्राम समुदायों को शामिल करके ग्राम प्रधान तथा क्षेत्र पंचायत सदस्य के नेतृत्व गांव के बुजुर्ग, नवयुवक, तथा बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया एवं शपथ दिलाई गई। गांव के सार्वजनिक स्थलों तथा घरों के आसपास सफाई करवाई गई। पॉलिथीन तथा ऐसी चीजें जो नष्ट ना हो सके उनके प्रयोग पर एवं प्रबंधन के विषय पर मंत्रणा की गई। सफाई के उपरांत मिले अपशिष्ट पदार्थ को एकत्र कर उनका निपटान किया गया। और लोगों को बताया गया कि रसोईघर से निकलने वाले व्यर्थ सामग्री को जैविक खाद बनाने में प्रयोग करें। इस कार्य में गांव के जनप्रतिनिधि ने पूरा सहयोग प्रदान किया।

इसी तरह संस्थान द्वारा फार्मर फर्स्ट परियोजना के अंतर्गत मलिहाबाद प्रखंड के अंगीकृत गांव मीठेनगर के प्राथमिक विद्यालय में भी स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व फार्मर फर्स्ट परियोजना के वरिष्ठ शोध अध्येता रोहित जायसवाल एवं प्राथमिक विद्यालय की अध्यापिका श्रीमती रमिता मौर्य ने किया। इस अवसर पर श्रीमती रमिता मौर्य ने ग्रामीणों को दैनिक जीवन में स्वच्छता के महत्व तथा शौचालय का उपयोग करने और अपने घरों के आस-पास की सफाई एवं खर पतवारों के प्रबंधन के अलावा लोगो को कोरोना से बचाव के उपाय के बारे में जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में गाँव के सफाई कर्मचारी सहित 25 से अधिक ग्रामीणों ने भाग लिया।

संस्थान के क्षे.अनु.कें. मालदा द्वारा भी दिनांक 30 दिसंबर, 2020 को संसाधनों के बेहतर उपयोग हेतु अपशिष्ट के पुनर्चक्रण पर भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें नाबार्ड से जिला विकास प्रबंधक, श्री सतीश कुमार सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। डॉ. दीपक नायक (वैज्ञानिक एवं प्रभारी, भा.कृ.अनु.प.-के.उ.बा.सं., क्षे.अनु.कें., मालदा) ने कार्यक्रम की शुरुवात करते हुए स्वच्छता एवं अपशिष्ट के पुनर्चक्रण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने हाथ की स्वच्छता, व्यक्तिगत स्वच्छता, पर्यावरण स्वच्छता, सुरक्षित पीने के पानी, जैविक भोजन की बेहतर गुणवत्ता रखने के महत्व के बारे में भी बताया। इस अवसर पर, मुख्य अतिथि, श्री सतीश कुमार सिंह जी ने राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी के सपनों के स्वस्थ भारत का उल्लेख किया। कार्यक्रम के अंत में, उन्होंने क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, मालदा के अपशिष्ट पुनर्चक्रण इकाई सह जैविक निविष्ट उत्पादन इकाई का भ्रमण भी किया, जहां डॉ. नायक ने इकाई के महत्व और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।

सभी गतिविधियां कोविड-19 दिशा निर्देशों का पालन करते हुए की गई।